लौकिक-अलौकिक मैं नहीं जानती इसमें कौन है मौलिक ? आत्मा-परमात्मा सत्य क्या- तर्क में उलझा जीवात्मा….. द्वैत-अद्वैतवाद…
लौकिक-अलौकिक मैं नहीं जानती इसमें कौन है मौलिक ? आत्मा-परमात्मा सत्य क्या- तर्क में उलझा जीवात्मा….. द्वैत-अद्वैतवाद…
कल्पना बढ़ती है सीमा की ओर और सीमा भागती है उससे बहुत दूर पर; कल्पना हारती नहीं …
हृद बारिश तरंगणी सकल क्षिति की छवि कलित निमिष यामिनी, ललित दामिनी प्रमोद अलि सुमन हरित अवनि…
प्रथम रश्मि के पड़ते ही मैंने माँगा था अमृत अबोध, असहाय, निर्बल को जननी ने दिया था…